मुख में जो शैतान लिए हैं ,
आतों में जिन्ना का जिन्न ,
उनसे बचना (वसुधा के) मित्र अभिन्न।
सही कहें हैं शाह अमित ,
हार गया यदि मोदी भैया ,
सब रोयेंगे दीन विपन्न।
घूम रहे , महागठबंधन के ठग ,
चित्त मलिन और खिन्न खिन्न।
सब लेकर चित्त मलिन और खिन्न
तैंतीस कोटि देवता अपने ,
उनके (तैतीस) घोटाले अविछिन्न ,
चारा चोर जहां पर बैठे,
करनी उनकी नहीं विभिन्न।
आतों में जिन्ना का जिन्न ,
उनसे बचना (वसुधा के) मित्र अभिन्न।
सही कहें हैं शाह अमित ,
हार गया यदि मोदी भैया ,
सब रोयेंगे दीन विपन्न।
घूम रहे , महागठबंधन के ठग ,
चित्त मलिन और खिन्न खिन्न।
सब लेकर चित्त मलिन और खिन्न
तैंतीस कोटि देवता अपने ,
उनके (तैतीस) घोटाले अविछिन्न ,
चारा चोर जहां पर बैठे,
करनी उनकी नहीं विभिन्न।
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