इक्कीसवीं सदी को आतंकवाद के कलंक से बचाना होगा
झूठबोलकर देश को कलंकित करने में कांग्रेस केजर -वाल की माँ है या फिर ....
उस वेला जबकि पाकिस्तान का एक नामचीन अखबार भी बे -लाग होकर सच को सच कह रहा है नरेंद्र दामोदर मोदी को हीरो और शरीफ को ज़ीरो कह रहा है ये अराजकमल केजरवाल कहते हैं मोदी हाथ में कटोरा लेकर विदेशों में भीख मांग रहे हैं।
दा नेशन अखबार कहता है मोदी जहां भी जाते हैं सबको सम्मोहित कर लेते हैं अपनी वाक्माधुरी से ,फिर चाहें वह देश जापन हो या ऑस्ट्रेलिया और अमरीका। अपने शरीफ साहब अपनी बात तक ठीक से नहीं कह पाते।
इधर ये असत्यानन्द केजरवाल मोदी को सीख देते हुए कहते हैं पहले मेक इंडिआ की बात करो मेक इन इंडिआ तो अपने आप हो जाएगा।
आप जैसे पाकिस्तान विचार धारा से भी गए बीते लोग यदि इस देश की जनता द्वारा चुनाव पत्र द्वारा विदा कर दिए जाए तो ये काम पलक झपकते ही हो जाए। काठ की हंडिया एक ही मर्तबा चढ़ती है केजर।
झूठ बोलने और देश को कलंकित करने में कौन किससे आगे है "आप " और कांग्रेस में हमें भी ठीक से नहीं मालूम। कांग्रेस 'आप 'की माँ है या आप उसकी अगली पीढ़ी ?
https://www.youtube.com/watch?v=17HIk6bG804
http://publication.samachar.com/topstorytopmast.php?sify_url=http://navbharattimes.indiatimes.com/business/business-news/PM-Narendra-Modi-conquers-Silicon-Valley
https://www.youtube.com/watch?v=3wco-84rnq8
http://navbharattimes.indiatimes.com/metro/delhi/politics/statekejriwal-questions-modis-foreign-visits/articleshow/49153490.cms
मोदी ने 'फतह 'की सिलिकॉन वैली :अमरीकी मीडिया
प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के सिलिकॉन वैली में जोरदार स्वागत और तकनीकी दिग्गजों से मुलाक़ात को अमरीकी मीडिया ने भी जमकर सराहा है। भारतीय अमरीकियों की ओर से मोदी का शानदार ग्रैंड रिसेप्शन किये जाने पर अमरीका के प्रतिष्ठित अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा है कि मोदी ने 'तकनीक के मक्का' को फतह कर लिया।
वाशिंगटन पोस्ट ने लिखा मोदी की सिलिकॉन यात्रा किसी भी भारतीय नेता की गत बीस सालों में पहली यात्रा है। 'सिलिकॉन वैली 'दुनिया के देशों के लिए आज एक ज़रूरी डेस्टिनेशन बन गया है।
गूगल और फेसबुक जैसी कंपनियां भारत में अपना कारोबार जमाने की होड़ में हैं।
सेन होज़े (सिलिकॉन वैली )में मोदी जी के उदगार के कुछ अंश :
इक्कीसवीं सदी हिन्दुस्तान की सदी है ये बदलाव आलमी सोच में 'मोदी,मोदी ,मोदी 'कहने से नहीं आया सवा अरब लोगों के संकल्प से आया है। आज ऐसा वक्त आया है ,दुनिया हिन्दुस्तान से जुड़ने के लिए लालायित हो रही है।ये जो विश्वास का वातावरण पैदा हुआ है यह हिन्दुस्तान को नै ऊँचाइयों तक पहुंचाएगा। जो हिन्दुस्तान में बैठे हिन्दुस्तान देखते हैं उनसे ज्यादा बारीकी से हिन्दुस्तान आपको दिखाई देता है।
मैंने जो वायदा किया था इसका मैं पूरी तरह पालन कर रहा हूँ। मैं दिन रात कड़ी मेहनत कर रहा हूँ। आज १८ महीने बाद मुझे आपका सर्टिफिकेट चाहिए। मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ हम जिएंगे तो भी देश के लिए और मरेंगे तो भी देश के लिए। मेरा विश्वास है देश आगे बढ़ेगा। मेरा देश जवान है ,६५ प्रतिशत जनसंख्या जिस देश की ३५ साल से कम उम्र की हो वह देश दुनिया में क्या नहीं कर सकता है।
कल भारत उपनिषद के लिए जाना जाता था आज उपग्रह के लिए जाना जाता है। तकरीबन १७० विभागों में आज भारत ने स्पेस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।
आज गरीब से गरीब का बैंक खाता खुल गया। प्रधान मंत्री जनगण योजना के तहत १८ करोड़ एकाउंट ज़ीरो अमाउंट से खुल गए हैं। इन अकाऊंटों में आज ३२ करोड़ से ज्यादा रुपया मेरे देश के गरीबों ने आगे बढ़के खुद जमा करवाया है सौ सौ पचास की राशि जमा करके।
मैं गऱीबों की अमीरी देखना चाहता हूँ।
जनगण -आधार- मोबाइल (JAM) योजना इसमें मदद करेगी ,भ्रष्टाचार भी कम करेगी।मैं किसान की जमीन का हेल्थ कार्ड निकालने चला हूँ। आइन्दा किसान को नीम कोडिंग वाला यूरिया मिलेगा। अभी तक यह रासायनिक कारखानों में चला जाता था।
अपने जन्म के बाद भी आज संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद की परिभाषा तय नहीं कर पाया है। एक बार ब्लेक एंड वाइट में तय हो जाना चाहिए कि टेररिज़्म है क्या ?आतंकवाद आतंकवाद होता है गुड और बेड टेररिज़्म नहीं होता। ये दुनिया के किसी भी देश में जा सकता है। कल तक जो इसे ला एंड आर्डर प्रॉब्लम मानते थे आज उन्हें भी ब्रह्म ज्ञान हो गया है वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले के बाद।
इक्कीसवीं सदी को आतंकवाद के कलंक से बचाना होगा।
उस वेला जबकि पाकिस्तान का एक नामचीन अखबार भी बे -लाग होकर सच को सच कह रहा है नरेंद्र दामोदर मोदी को हीरो और शरीफ को ज़ीरो कह रहा है ये अराजकमल केजरवाल कहते हैं मोदी हाथ में कटोरा लेकर विदेशों में भीख मांग रहे हैं।
दा नेशन अखबार कहता है मोदी जहां भी जाते हैं सबको सम्मोहित कर लेते हैं अपनी वाक्माधुरी से ,फिर चाहें वह देश जापन हो या ऑस्ट्रेलिया और अमरीका। अपने शरीफ साहब अपनी बात तक ठीक से नहीं कह पाते।
इधर ये असत्यानन्द केजरवाल मोदी को सीख देते हुए कहते हैं पहले मेक इंडिआ की बात करो मेक इन इंडिआ तो अपने आप हो जाएगा।
आप जैसे पाकिस्तान विचार धारा से भी गए बीते लोग यदि इस देश की जनता द्वारा चुनाव पत्र द्वारा विदा कर दिए जाए तो ये काम पलक झपकते ही हो जाए। काठ की हंडिया एक ही मर्तबा चढ़ती है केजर।
झूठ बोलने और देश को कलंकित करने में कौन किससे आगे है "आप " और कांग्रेस में हमें भी ठीक से नहीं मालूम। कांग्रेस 'आप 'की माँ है या आप उसकी अगली पीढ़ी ?
https://www.youtube.com/watch?v=17HIk6bG804
PM Modi's speech at the Indian Community reception at SAP Centre San Jose, California
http://publication.samachar.com/topstorytopmast.php?sify_url=http://navbharattimes.indiatimes.com/business/business-news/PM-Narendra-Modi-conquers-Silicon-Valley
https://www.youtube.com/watch?v=3wco-84rnq8
http://navbharattimes.indiatimes.com/metro/delhi/politics/statekejriwal-questions-modis-foreign-visits/articleshow/49153490.cms
मोदी ने 'फतह 'की सिलिकॉन वैली :अमरीकी मीडिया
प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के सिलिकॉन वैली में जोरदार स्वागत और तकनीकी दिग्गजों से मुलाक़ात को अमरीकी मीडिया ने भी जमकर सराहा है। भारतीय अमरीकियों की ओर से मोदी का शानदार ग्रैंड रिसेप्शन किये जाने पर अमरीका के प्रतिष्ठित अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा है कि मोदी ने 'तकनीक के मक्का' को फतह कर लिया।
वाशिंगटन पोस्ट ने लिखा मोदी की सिलिकॉन यात्रा किसी भी भारतीय नेता की गत बीस सालों में पहली यात्रा है। 'सिलिकॉन वैली 'दुनिया के देशों के लिए आज एक ज़रूरी डेस्टिनेशन बन गया है।
गूगल और फेसबुक जैसी कंपनियां भारत में अपना कारोबार जमाने की होड़ में हैं।
सेन होज़े (सिलिकॉन वैली )में मोदी जी के उदगार के कुछ अंश :
इक्कीसवीं सदी हिन्दुस्तान की सदी है ये बदलाव आलमी सोच में 'मोदी,मोदी ,मोदी 'कहने से नहीं आया सवा अरब लोगों के संकल्प से आया है। आज ऐसा वक्त आया है ,दुनिया हिन्दुस्तान से जुड़ने के लिए लालायित हो रही है।ये जो विश्वास का वातावरण पैदा हुआ है यह हिन्दुस्तान को नै ऊँचाइयों तक पहुंचाएगा। जो हिन्दुस्तान में बैठे हिन्दुस्तान देखते हैं उनसे ज्यादा बारीकी से हिन्दुस्तान आपको दिखाई देता है।
मैंने जो वायदा किया था इसका मैं पूरी तरह पालन कर रहा हूँ। मैं दिन रात कड़ी मेहनत कर रहा हूँ। आज १८ महीने बाद मुझे आपका सर्टिफिकेट चाहिए। मैं आपको विश्वास दिलाता हूँ हम जिएंगे तो भी देश के लिए और मरेंगे तो भी देश के लिए। मेरा विश्वास है देश आगे बढ़ेगा। मेरा देश जवान है ,६५ प्रतिशत जनसंख्या जिस देश की ३५ साल से कम उम्र की हो वह देश दुनिया में क्या नहीं कर सकता है।
कल भारत उपनिषद के लिए जाना जाता था आज उपग्रह के लिए जाना जाता है। तकरीबन १७० विभागों में आज भारत ने स्पेस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।
आज गरीब से गरीब का बैंक खाता खुल गया। प्रधान मंत्री जनगण योजना के तहत १८ करोड़ एकाउंट ज़ीरो अमाउंट से खुल गए हैं। इन अकाऊंटों में आज ३२ करोड़ से ज्यादा रुपया मेरे देश के गरीबों ने आगे बढ़के खुद जमा करवाया है सौ सौ पचास की राशि जमा करके।
मैं गऱीबों की अमीरी देखना चाहता हूँ।
जनगण -आधार- मोबाइल (JAM) योजना इसमें मदद करेगी ,भ्रष्टाचार भी कम करेगी।मैं किसान की जमीन का हेल्थ कार्ड निकालने चला हूँ। आइन्दा किसान को नीम कोडिंग वाला यूरिया मिलेगा। अभी तक यह रासायनिक कारखानों में चला जाता था।
अपने जन्म के बाद भी आज संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद की परिभाषा तय नहीं कर पाया है। एक बार ब्लेक एंड वाइट में तय हो जाना चाहिए कि टेररिज़्म है क्या ?आतंकवाद आतंकवाद होता है गुड और बेड टेररिज़्म नहीं होता। ये दुनिया के किसी भी देश में जा सकता है। कल तक जो इसे ला एंड आर्डर प्रॉब्लम मानते थे आज उन्हें भी ब्रह्म ज्ञान हो गया है वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमले के बाद।
इक्कीसवीं सदी को आतंकवाद के कलंक से बचाना होगा।
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