शुक्रवार, 14 अगस्त 2015
हमारे स्वतंत्रता संग्राम की लम्बी लड़ाई का फलागम था ,महज़ दुष्परिणाम था पाकिस्तान
१४ अगस्त १९४७ को तो इसका अस्तित्व ही नहीं था।इसने जबरिया अपने अस्तित्व की घोषणा आकर दी थी।
हमारे स्वतंत्रता संघर्ष का दुष्परिणाम रहा है पाकिस्तान जो आज आलमी आतंकवाद का अड्डा बना हुआ है। अधिकतम १४ अगस्त को पाकिस्तान का
स्थापना दिवस ही कहा जा सकता है स्वतंत्रता दिवस नहीं।
हमारे प्रधानमन्त्त्री को भाषा का इस्तेमाल सोच समझकर करना चाहिए जिन्होनें 'मुबारकबाद देते हुए 'पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस शब्द का इस्तेमाल किया
है।
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