मंगलवार, 22 जून 2021

बधाई हो बधाई जन्म दिन की तुमको , जन्मदिन तुम्हारा मिलेंगे लड्डू हमको .....




प्रस्तुत वीडियो में प्रेरणा मूर्ती  श्री श्री  भारती श्री जी ,युवा भीड़ को जन्मदिन के मंगल मौके पर मांगलिकता के प्रतीक दीप  प्रज्वलन के महत्व को रेखांकित करती हुई भारतीय संस्कृति और परम्परा से वाकिफ करवातीं हैं। कहना न  होगा दीपक की लौ आत्मा का प्रतीक है। दीप शिखा की लौ दिवाली को ही रोशन नहीं करती हर मांगलिक पर्व पर इसका महत्व रहा है गृह प्रवेश से गृह त्याग तक। यहां तक के जब ये आत्मा शरीर छोड़ जाती है तेरह दिन तक घर को दीप से रोशन रखा जाता है खासकर उस कमरे को जहां शव रखा गया था। एक बरस बाद गंगा के वक्ष पर  दीप  दान किया जाता है।  पुण्य दिवंगत आत्मा के  परलोक में भी रोशन रहने की कामना के साथ उसे विदा किया जाता है। 

जन्मदिन आगे की और है आगामी बरस जगमगाये इसके प्रतीक स्वरूप कीर्ति एक बड़ा दीपक जन्मदिन पर प्रज्वलित करने की परम्परा से युवक युवतियों को वाकिफ  करवातीं हैं।बड़ा दीपक घर के मुखिया के आशीष का भी प्रतीक है। इस मौके पर पांच तत्वों के पूजन का भी विधान है आखिर ये शरीर पंचभूता ही तो है जल वायु अग्नि पृथ्वी आकाश का संयोजन और मृत्यु और कुछ नहीं हैं इन पांच तत्वों का वियोजन है पदार्थ का पंचभूतों के सांद्र रूप का चेतन ऊर्जा सूक्ष्म आत्मा में रूपांतरण मात्र ही तो है। मरता कुछ नहीं हैं शरीर तो पहले ही जड़ है जिसे  हम मृत्यु कहते हैं वह कायांतरण मात्र है और जन्म दिन का मतलब है एक साल और गिरह से निकल गया। गिरह कट (पॉकिट मार )होती है सालगिरह। 

जीवन और मृत्यु दो दरवाज़े हैं जीव आत्मा एक से निकल कर दूसरें में प्रवेश करता रहता है जब तक वह आवाजाही के इस चक्र से मुक्त नहीं हो जाता और वह तभी मुमकिन हो पाता है जब वह खुद को जान लेता है समझ लेता है वह इस शरीर तक सीमित नहीं है जिसके माध्यम से जीवात्मा खुद को अभिव्यक्त करता है। शरीर तो मात्र उसका परिधान है पैरहन है ,जीवात्मा (आत्मा )सच्चिदानंद है सत चित आनंद है। सत्यम ज्ञानम् अनंतं। ये जो कुछ है गोचर अगोचर दृश्य अदृश्य एक ही चेतना का विस्तार है असीम ज्ञान असीम आनंद केवल यही एक मात्र सत्य है।     
https://www.youtube.com/watch?v=dxD_Njx9f_4

Divine Birthday - Prernamurti Bharti Shriji

8,986 views
Dec 12, 2017
For More Information Visit : http://www.prernamurti.com/ Join our official page on Facebook http://www.facebook.com/bhartishriji

[Simca] Sangeeth Sagar (on behalf of Sagar Music); [Simca Pub] South India digital Music Management, Kobalt Music Publishing, and 3 Music Rights Societies 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें