विटामिन सी हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। इसके नियमित सेवन से सर्दी, खांसी व अन्य तरह के इन्फेक्शन होने का खतरा कम हो जाता है। इतना ही नहीं, यह अनेक प्रकार के कैंसर से भी बचाव करता है और आपको हर तरह से हेल्दी बनाए रखता है, जानिए क्या है विटामिन सी और हमारे लिए क्यों है महत्वपूर्णः
जब मैं छोटी थी, तो मेरी मां मेरे चेहरे पर संतरे के छिलके से बना लेप लगाने के बहाने तलाशती थी और तेल में नीबू का रस मिलाकर मेरे सिर को मालिश करती थी। मेरे दादा मुझे हर सुबह नीबू या मौसमी का जूस पिलाते थे। यही नहीं, मेरे खाने का प्लेट सलाद और सब्जियों से भरी रहती थी। यह बात अलग है कि मैं इन सब चीजों से दूर भगाने में सफल हो जाती थी। बचपन में मैं अक्सर सर्दी या बुखार के चपेट में आकर बीमार पड़ जाती थी, तब मैं समझ नहीं पाती थी कि ऐसा क्यों होता था, लेकिन अब मुझे इसकी वजह समझ में आ गई है।
1. क्या है विटामिन सी
विटामिन सी को एस्कॉर्बिक एसिड के नाम से भी जाना जाता है। यह हमारे शरीर की कार्यप्रणाली को सुचारू रूप से चलाने के लिए अति आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है। विटामिन सी केवल इंसानों के लिए ही नहीं, बल्कि अन्य स्पनपायी जानवरों के लिए भी जरूरी है। फर्क सिर्फ इतना है कि बहुत से स्तनपायी जानवर अपने शरीर की कोशिकाओं की मदद से विटामिन उत्पन्न कर लेते हैं, जबकि मानव, गुरिल्ला इत्यादि ऐसा नहीं कर सकते। यही वजह है कि हमारे लिए विटामिन सी से भरपूर फल व सब्जियों या फिर सप्लीमेंट्स का सेवन करना जरूरी हो जाता है। हेल्दी रहने के लिए यह बेहद जरूरी है कि आप इसकी सही क्वॉन्टिटी लें और सही टाइम पर लें।
2. हमें इसकी आवश्यकता क्यों है?
हमारे शरीर में विटामिन सी की भूमिका एक संरक्षक की होती है। यह पोषक तत्व फ्री रेडिकल्स से हमारी कोशिकाओं का बचाव करता है व हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है, जिसके कारण सर्दी, खांसी व अन्य तरह के इन्फेक्शन होने का खतरा कम होता है। इतना ही नहीं, यह अनेक प्रकार के कैंसर से भी बचाव करता है। साथ ही, शरीर में विटामिन ई की सप्लाई को पुनर्जीवित करता है और आयरन के अवशोषण की क्षमता को भी बढ़ाता है। यह एक ऐंटि-एलर्जिक व ऐंटि-ऑक्सिडेंट के रूप भी काम करता है और दांत, मसूड़ों व आंखों को भी स्वस्थ रखने में भी मदद करता है।
3. कमी के संकेत
अक्सर सर्दी जुकाम होना, कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता, थकावट, अचानक वजन कम होना, ड्राई बाल होना, बालों का गिरना, त्वचा की असमान रंगत, घाव का धीरे भरना व दांत संबंधी समस्याएं, विटामिन सी की कमी के लक्षण माने जाते हैं। विटामिन सी अन्य पोषक तत्वों जैसे विटामिन ए व आयरन के साथ मिलकर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और शरीर को स्वस्थ बनाए रखता है। विटामिन सी घुलनशील होता है इसलिए अतिरिक्त पोषक तत्व आसानी से पेशाब के रास्ते शरीर से बाहर निकल जाते हैं।
4. विशेषज्ञ की राय
गोल्ड जिम की इनहाउस न्यूटिशनिस्ट गादित कहती हैं, बाजार में उपलब्ध कुछ खाद्य व पेय पदार्थ विटामिन सी फोटिफाइड होते हैं। फोटिफाइड का अर्थ होता है कि उनमें विटामिन सी मिलाया जाता है। उन प्रॉडक्ट्स में विटामिन सी की सही मात्रा जानने के लिए हमेशा प्रॉडक्ट्स में विटामिन सी का लेवल पढ़ें। विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थों को गैस या अवन में पकाने या उबालने व अधिक समय तक स्टोर करके रखने से उनकी पौष्टिकता कम हो जाती है। इसलिए विटामिन सी का ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाने के लिए कच्चे फल व सब्जियां ही खाएं। आप सप्लीमेंट्स के रूप में भी विटामिन सी का सेवन कर सकती हैं। लेकिन डॉक्टर की सलाह लेकर ही ऐसा करें क्योंकि अत्यधिक मात्रा में इसका सेवन करने से पेट खराब होने, उबकाई आने या शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने का खतरा रहता है। हमारे शरीर के सभी प्रमुख अंगों जैसे ब्रेन, फेफड़े, अग्नाशय और गुर्दे इत्यादि को सही ढ़ग से काम करने के लिए विटामिन सी की जरूरत होती है।
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'विटामिन सी अन्य पोषक तत्वों जैसे विटामिन ए व आयरन के साथ मिलकर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और शरीर को स्वस्थ बनाए रखता है। विटामिन सी घुलनशील होता है, इसलिए अतिरिक्त पोषक तत्व आसानी से यूरिन के रास्ते शरीर से बाहर निकल जाते हैं।'
'सर्दी जुकाम होना, कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता, थकावट, अचानक वजन कम होना, ड्राई बाल, बालों का गिरना, त्वचा की असमान रंगत, घाव का धीरे भरना व दांत संबंधी समस्याएं, विटामिन सी की कमी के लक्षण माने जाते हैं।'
http://navbharattimes.indiatimes.com/other/home-and-relations/fitness/Why-is-vitamin-C-is-important-for-us/articleshow/37959665.cms
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