शनिवार, 10 अप्रैल 2021

वामपंथी आतंक के कलपुर्जे

वामपंथी आतंक के कलपुर्जे 

आजकल विविध -रूपा वामपंथी आतंकवाद खुलकर खेल रहा है हालांकि अपनी आखिरी साँसें गिन रहा है ,दस जनपथ में बैठी इटली की अम्मा ,टिकैत और अमरिन्दर-सिंहों की फूफी ,ममता की सहोदर ,विषदंतों  यद्यपि इन दिनों कभी -कभार  ही अपना मुंह खोलती है लेकिन जब भी खोलती है भरपूर जहर उगलती है ,बेटा इसका स्वयं नियुक्त वेबिनारियन बन गया है। 

एक नया नरेटिव ये लोग रच रहें हैं -राफेल से लेकर वेक्सीन तक जो कुछ भी देश को आगे  ले जाने वाला है उसका बे धड़क जी जान से टिकैती शैली में भूंडा विरोध करो। नवजीवन जैसे रिसाले ,एनडीटीवी जैसे चैनलिये ,कई पुरूस्कार लौटाऊ अभूतपूर्व प्रोफ़ेसर भी इस मुहीम में शामिल हैं। 

इससे इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता -कोविड १९ वेक्सीन ने भारत के प्रति आलमी इस स्तर पर एक आदर भाव पैदा किया है ,ये ऊलजुलूल सोच के लोग फ्रीडम -हाउस के पे रोल पर हैं। 

चुनाव संपन्न करवाने वाली मशीनरी ,हमारी शहरी मिलिटरी (पोलिस )को निशाने पे लिए रहना इनका असली धर्म है। इनकी शिनाख्त कर लें -बेलट से इन पर ज़ोरदार प्रहार करें आवाज़ इटली तक जानी चाहिए। 

जयश्री राम ,'आपा जी' का काम तमाम   

विशेष :कृपया दीदी सम्बोधन से बचें ममता बनर्जी उर्फ़ शांडिल्य ब्राह्मणी एलियाज़ बेगम ममता जिरजिस बुरा मान जाएंगी  ,दीदी  का ही पर्याय है -आपा (बड़ी बहन )

गौर करें - वेक्सीन की तंगी का ये शोर कांग्रेस कुशासित राज्यों यथा महाराष्ट्र से ही क्यों उठ रहा है ?मोबाइल टावर्स पंजाब में ही क्यों तोड़े गए हैं विधायक ,सांसद ,मंत्री ,संतरी को पंजाब और पच्छिम बंगाल में ही क्यों निशाने पे लिया जा रहा है। 

ये तमाम नैन- सुख जनता को 'सूरदास' समझते हैं ये नहीं जानते सूर के पास जो अंतर -दृष्टि थी वह इन नैन -सुखों और सुख -नैनियों के पास नहीं है.  

कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि कोरोना के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है, ऐसे में मुख्य विपक्षी दल के तौर पर हमारी यह जिम्मेदारी है कि हम इन मुद्दों को उठाएं और सरकार पर दबाव बनाएं कि वह जनसंपर्क की तरकीबें अपनाने के बजाय जनहित में काम करे।


फोटोः स्क्रीनशॉट
फोटोः स्क्रीनशॉट

देश में कोरोना वायरस महामारी के मामलों की संख्या में हो रही वृद्धि के बीच कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने महामारी की स्थिति का कु -प्रबंधन  किया है। टीकों के निर्यात के फलस्वरूप देश में इसकी भारी कमी होने दी है। उन्होंने विपक्ष द्वारा शासित राज्यों में मामलों की संख्या और मौतों का सही आंकड़ा पेश किए जाने की बात कही और साथ ही सरकार को भारत में टीकाकरण अभियान में गौर फरमाने को कहा।

सोनिया गांधी की यह टिप्पणी कांग्रेस शासित राज्यों और गठबंधन वाले राज्यों से पार्टी के मंत्रियों संग की गई एक बैठक के दौरान आई, जिसमें कोरोना वायरस से लड़ने के प्रयासों, टीके और वेंटिलेटर्स की उपलब्धता की समीक्षा की गई। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी इस बैठक के दौरान मौजूद रहे।


सोनिया गांधी ने कहा, "कोरोना के मामलों में इजाफा हो रहा है, ऐसे में मुख्य विपक्षी दल के तौर पर हमारी यह जिम्मेदारी है कि हम इन मुद्दों को उठाएं और सरकार पर दबाव बनाएं कि वह जनसंपर्क की तरकीबें अपनाने के बजाय जनहित में काम करें।" उन्होंने आगे कहा, "पारदर्शिता होनी चाहिए। सरकार को कांग्रेस शासित सहित अन्य राज्यों में संक्रमण और मौत के सही आंकड़े पेश करने चाहिए।"

कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा, "हमें सबसे पहले भारत में टीकाकरण अभियान पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और इसके बाद टीके के निर्यात और इन्हें दूसरे देशों को तोहफे में देने की बात पर गौर फरमाना चाहिए। हमें इस बात पर जोर देना होगा कि जिम्मेदाराना व्यवहार हो और बिना किसी अपवाद के कोविड संबंधी दिशानिर्देंशों और सभी कानूनों का पालन हो।"

गौरतलब है कि भारत में शनिवार को कोरोना के 1.45 लाख से अधिक नए मामले दर्ज हुए हैं और 794 जानें गई हैं। कोविड-19 वैक्सीन की आपूर्ति में कमी को लेकर कई राज्यों ने सरकार को घेरा है। पिछले कई दिनों से केंद्र से वैक्सीन की कमी की गुहार लगा रही महाराष्ट्र सरकार को आखिरकार कई टीकाकरण केंद्र बंद करने पड़े हैं। वहीं, केंद्र लगातार दावा कर रहा है कि देश में वैक्सीन की कहीं कमी नहीं है। लेकिन इन आरोपों और दावों के बीच देश में लोग कोरोना वायरस के शिकार बनते जा रहे हैं।

पुनश्चय :दोस्तों यकीन मानिये ,ये वक्त दूसरी लहर भी कोरोना की गुज़र जाएगी ,बस आपका सहयोग और खबरदारी चाहिए -आज सब कुछ है भारत के पास पीपीई किट से लेकर वेंटिलेटर तक ,वेक्सीन से लेकर बेहतरीन मास्क तक। अर्थ -व्यवस्था अपने पैरों पुन : खड़ी होकर दौड़ने को है आपका सहयोग चाहिए -आप के साथ ही भारत की सलामती है बढ़ोत्तरी है। 

हरे कृष्णा। 

 

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