chal diye sū-e-haram kū-e-butāñ se 'momin'
jab diyā ranj butoñ ne to ḳhudā yaad aayā
-Momin Khan Momin
چل دئیے سوئے حرم کوئے بتاں سے مومنؔ
جب دیا رنج بتوں نے تو خدا یاد آیا
-مومن خان مومن
चल दिये सू ए हरम कू ए बुतां से मोमिन माशूका
जब दिया रंज बुतों ने तो ख़ुदा याद आया
-मोमिन खान मोमिन
सू ए हरम:काबा की जानिब
कू ए बुतां:यार की गली
जब दिया रंज बुतों ने :माशूका ने जब गम दिया ,दर्द दिया ,दिल दुखाया
su e haram: kaaba ki taraf, in the direction of kaaba
ku e butaaN: sanam ki gali, the alley of the beloved
ranj: gham, dukh, sorrow
buton : moorat ya maashooq, idol or beloved
इश्क में मशगूल थे मोमिन ,
जब दिया रंज माशूक ने तो खुदा याद आया। काबा याद आया जब पत्थर की मूरत ने धोखा दिया निर्गुनिया ब्रह्म खुदा याद आया।
इसीलिए अब बेगम ममता मंदिर मंदिर घूम रहीं हैं जाप करती -
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति-रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
भाव सार :
नंदी ग्राम में आसन्न हार को देख बौखला गईं हैं कलमा पढ़ने वाली ममता इसलिए जिन्हें बाहरी और गुंडे कहती आईं थी उन्हीं यूपी बिहार वासियों से मदद की गुहार लगा रहीं हैं।
पूर्व में सोनिया गाँधी को भी लोकतंत्र खतरे में दिखाई दिया था -जब इन मल्लिकाओं की गद्दी खतरे में आ जाती है तब इन्हें आज़ादी ,लोक तंत्र और कानून का शासन याद आता है सहिष्णुता और भारत का गणतांत्रिक प्रजातांत्रिक स्वरूप याद आता है।
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