जनता को सिर्फ मोदी विरोध नहीं कार्यक्रम और मुद्दे चाहिए। गठबंधनियाँ राजनीतिक पार्टियां कांग्रेस के सबसे अल्पबुद्धि उस बालक के नेतृत्व में शामिल नहीं दिखना चाहतीं जिस अबुध कुमार ने मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए -२ का निर्णय रद्दी कागज़ की तरह फाड़ दिया।
ज़ाहिर है जनता उस षड़यंत्र का हिस्सा नहीं दिखना चाहती जिसकी पटकथा पाकिस्तान जाकर लिखवाई जाती है और कहा जाता है मोदी हटाओ हमें लाओ।
क्या महाठगबंधन के पास एक भी मोदी है जो निष्काम भाव से देश हित में २४x ७ x३६५ काम करने की क्षमता और जिगर रखता हो। अगर नहीं तो बजाते रहो गठबंधन की डुगडुगी। और है तो उसे आगे लाओ। भारतधर्मी समाज स्वागत करेगा। वरना अपने आप चुल्लू भर पानी में डूब मरो.
ज़ाहिर है जनता उस षड़यंत्र का हिस्सा नहीं दिखना चाहती जिसकी पटकथा पाकिस्तान जाकर लिखवाई जाती है और कहा जाता है मोदी हटाओ हमें लाओ।
क्या महाठगबंधन के पास एक भी मोदी है जो निष्काम भाव से देश हित में २४x ७ x३६५ काम करने की क्षमता और जिगर रखता हो। अगर नहीं तो बजाते रहो गठबंधन की डुगडुगी। और है तो उसे आगे लाओ। भारतधर्मी समाज स्वागत करेगा। वरना अपने आप चुल्लू भर पानी में डूब मरो.
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें