राजनीतिक हलचल
इन दिनों अमरीकी भडुवों की संस्था फ्रीडम हाउस के कई एजेंट सड़क रोके हुए हैं अब यहां ये आलिशान दो मंज़िला मकान बनाना चाहते हैं हो सकता है कल अपने फ़ार्म हाउस भी विस्थापित कर यहीं ले आएं। यही मनमानी करने वाले कहते है भारत में अब प्रजातंत्र नहीं रहा इन भडुवों को मोदी से डर लगता है ,इन्हें पाकिस्तान और चीन पसंद हैं भारत के संविधानिक प्रमुखों से नफरत है। राजनीति के ये भड़वे कांग्रेस और वामियों के ज़रखरीद गुलामभारत धर्मी समाज को लगातार मुंह चिढ़ा रहें हैं। इन्हें भडुवों को मालूम हो एक होती है कृष्ण नीति ,शिशुपालों के यहां इसी नीति के तहत ९९ खून माफ़ हैं , ९९ अवमानना ये किसी की भी कर लें ,देश में प्रजातंत्र है सौवीं बार सुदर्शन चक्र क्या करेगा जान लें। जानते ही होंगे।
इधर बंगाली नौटंकी पार्टी में एक पिटे हुए मोहरे शामिल हो रहें हैं ये दीदी को सोनिया की तरह देश के लिए कोई भी कुर्बानी देने के लिए तैयार रहने वाली महिला बतला रहें हैं ,यद्यपि इनके पुत्र ही इनके उद्गारों की खिल्ली उड़ारहें हैं।चले हुए कारतूस दोबारा नहीं चलते।
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