जनेऊ की लेफ्टिस्ट -राहुल प्रायोजित नौटंकी के बारे में भारतवासी ठंडे दिमाग से कुछ सवाल पूछ रहे हैं :
(१)क्या सोनिया ने राहुल को अपना दूध पिलाया था और यदि राहुल ने दूध पीया था अपनी अम्मा का तब उस समय जबकि यूपीए की ही सरकार थी और सुप्रीम कोर्ट के फैसले पे अमल करवाया था शिंदे साहब ने और नतीज़न उस फैसले के अफजल गुरु को फांसी दी गई थी तब राहुल ने विरोध क्यों नहीं किया था सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले का और आज क्यों आतंकी अफज़ल के समर्थन में खड़े हैं मायनो पुत्र राहुल। गांधी के वंशज तो ये हैं नहीं क्योंकि पारसियों में कोई गांधी गोत्रीय नहीं हैं।
(२) ये दूध भारत का नहीं हो सकता जो खुले आम आतंकी सोच के पक्ष में जनेऊ में भड़काऊ बयान दे रहा है।
(३) भारत की जनता ऐसा मानती है जब तक लेफ्टीयों की विचारधारा के इस गढ़ का नाम नेहरू के नाम पर रहेगा ये विश्वविद्यालय आतंकवाद समर्थक वर्णसंकर ही पैदा करता रहेगा लिहाज़ा इसका नाम नेताजी सुभाषचन्द्र बोष विश्वविद्यालय कर दिया जाए।
(४) भारत की जनता यह भी जानना चाहती है -तीश्ताशीतलवाड़ ,इशरतजहां और सोनिया मायनो का आपस में क्या रिश्ता रहा है। सोनिया ने इशरतजहाँ के समर्थन में मुहीम चलवाकर बेक़सूर वंजारा को सजा दिलवाई थी। और नीतीश ने इशरत को बिहार की बेटी बतलाकर गत बिहार विधान सभा चुनाव में वोट मांगे थे। अच्छा हुआ बीजेपी हार गई उन चुनावों में ,इन आतंकवाद समर्थक लोगों की मंशा अब सामने आ चुकी है बिहार में नवीनतम हत्या बीजेपी के वाइस प्रेजिडेंट की हुई है खुला खेल फरुख्खाबादी हैं यहां लालू सोच के लोगों के लिए। केजरबवाल और नीतीश की सोच के लोगों के लिए।
(५ ) भारत की जनता मांग करती है सुप्रीम कोर्ट अफजल मामले का सुओ मोटो नोटिस ले तथा राहुल और उनकी अम्मा पर देश द्रोह का मुकदमा चलाये जिन्होंने इशरत की आड़ में मोदी को ठिकाने लगाने का अपनी तरफ से पक्का इंतज़ाम किया हुआ था। पाकिस्तानी अमरीकी आतंकी हेडली के बयानों ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया है।
(६ )मुद्दई लाख बुरा चाहे क्या तो होता है ,होता वही है ,जो मंजूरे खुदा होता है।
(७)इस देश की जनता बेलट में यकीन करती है ये महाठगबंधनिये एक बार फिर पश्चिमी बंगाल में जमा होने को आतुर हैं जनता सावधान रहे देश भक्तों के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले इन शातिरों से।
(८) भारत धर्मी समाज यह जानता है और अच्छी तरह से मानता है ,पहली मर्तबा देश में देशभक्तों की सरकार बनी है इसलिए इन वर्ण सैंकड़ों के पेट में दर्द है। सारे मौसेरे एक जगह चले आये हैं।
Rahul Gandhi at JNU: Suppressing voice of students is most anti-national
- Congress vice president Rahul Gandhi was today shown black flags by ABVP at the JNU campus.
- Gandhi was suppose to meet the protesting JNUSU students, who are agitated over the arrest of their president Kanhaiya Kumar.
Congress vice president Rahul Gandhi was today shown black flags by ABVP at the JNU campus. Gandhi was suppose to meet the protesting JNUSU students, who are agitated over the arrest of their president Kanhaiya Kumar. Kumar was arrested in a sedition case over an event at the varsity campus against hanging of Parliament attack convict Afzal Guru.
Here is what Rahul Gandhi said at JNU:
People who showed black flag on my face, I feel proud that in my country they have the right to show black flag in front of my face
They are terrified of weak Indian people raising their voice
- Only message to you from me, "Don't let these bullies push you around"
Rahul Gandhi had said Modi government "bullying" an institution like JNU was "completely condemnable", but at the same time asserted that anti-India sentiment is "unquestionably unacceptable".
"Modi Govt & ABVP bullying an institution like JNU simply because it won't toe their line is completely condemnable.
"While Anti-India sentiment is unquestionably unacceptable, the right to dissent & debate is an essential ingredient of democracy", the Congress Vice President tweeted.
Gandhi's remarks came within hours of the arrest of JNU Students' Union President Kanhaiya Kumar in a sedition case over an event at the varsity campus against hanging of Parliament attack convict Afzal Guru, sparking massive outrage among students and criticism from non-BJP parties which dubbed it as an "emergency-like" situation.
Kumar was arrested and later remanded to three-day police custody by a local court, a day after police filed a sedition and criminal conspiracy case against him on complaints from BJP MP Maheish Girri and ABVP members.
A meeting was organised on Tuesday on the JNU campus where a group of students
mourned the hanging of parliament attack convict Afzal Guru and Jammu Kashmir Liberation Front (JKLF) co-founder Maqbool Bhat and shouted anti-India slogans.
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