वातायन बोले तो झरोखा आसपास
ट्रम्प -मोदी की पांचवीं मुलाक़ात कुछ लोगों को पचाये नहीं पच रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला कहतें हैं -मेरे दादा ने भी देसी घी खाया था -मेरी हथेली सूंघ के देख लो। मनमोहन सिंह जी ने भी कितनों को आतंकी घोषित करवाया था इसमें कोई नै बात नहीं आज हिज़्बुल मुजाहिदीन चीफ सलाहुद्दीन आलमी दहशद गर्द करार दे दिया अमरीका ने तो ये कौन सी उपलब्धि है ?
वे अपना पूरा होम वर्क करके आये थे लेकिन मम्मी -जी -कोपम्लेक्स से ग्रस्त कांग्रेस जल भून के राख हो गई है। देश हित में -
एक बोल इसके मुख से नहीं निकलता तो इसकी वजहें मौजूद हैं। मायनो -मम्मी जी को इस देश की राजनीतिक काया पर चर्च ने जिस मकसद से रोपा था वह उस काम में खरी उतरीं हैं। देश हित क्या वह तो पार्टी हित की भी लगातार अनदेखी करतीं आईं हैं। देश वासियों को खंडहर में तब्दील हो चुकी काल शेष सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस से आज भी हमदर्दी है।
पाकिस्तान -बनाम दहशद -गर्द -दोनों में से कौन किसे पनाह दे रहा है कहना मुश्किल है। इनका संग साथ यारी उन दो हट्टे कट्टे पहलवानों सरीखी है जो पेट तो मिला सकते हैं हाथ नहीं जब जिसका जहां दाव लगता है मनमानी करता है आतंकी वेश में पाकी -फौज़ी या दहशद गर्द कहना मुश्किल है। देश के अंदर भी बाहर भी ये खौफ पैदा करते हैं।बॉर्डर एक्शन टीम इनकी बर्बरता का खुलासा करती है। ये आग खाते हैं अंगारे हगते हैं सांप खाते हैं विषवमन करते हैं।
हद तो ये है अपने देश में भी पूरा फौज फाटा है ऐसे लोगों का जो मोदी से वैसे ही खौफ खाता है जैसे कंस कृष्ण से। मोदी को घेरने घूरने की कोशिशों के साथ इनका दिन शुरू होता है। अलबत्ता ये मायनो मुक्त हैं।
ट्रम्प -मोदी की पांचवीं मुलाक़ात कुछ लोगों को पचाये नहीं पच रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला कहतें हैं -मेरे दादा ने भी देसी घी खाया था -मेरी हथेली सूंघ के देख लो। मनमोहन सिंह जी ने भी कितनों को आतंकी घोषित करवाया था इसमें कोई नै बात नहीं आज हिज़्बुल मुजाहिदीन चीफ सलाहुद्दीन आलमी दहशद गर्द करार दे दिया अमरीका ने तो ये कौन सी उपलब्धि है ?
वे अपना पूरा होम वर्क करके आये थे लेकिन मम्मी -जी -कोपम्लेक्स से ग्रस्त कांग्रेस जल भून के राख हो गई है। देश हित में -
एक बोल इसके मुख से नहीं निकलता तो इसकी वजहें मौजूद हैं। मायनो -मम्मी जी को इस देश की राजनीतिक काया पर चर्च ने जिस मकसद से रोपा था वह उस काम में खरी उतरीं हैं। देश हित क्या वह तो पार्टी हित की भी लगातार अनदेखी करतीं आईं हैं। देश वासियों को खंडहर में तब्दील हो चुकी काल शेष सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस से आज भी हमदर्दी है।
पाकिस्तान -बनाम दहशद -गर्द -दोनों में से कौन किसे पनाह दे रहा है कहना मुश्किल है। इनका संग साथ यारी उन दो हट्टे कट्टे पहलवानों सरीखी है जो पेट तो मिला सकते हैं हाथ नहीं जब जिसका जहां दाव लगता है मनमानी करता है आतंकी वेश में पाकी -फौज़ी या दहशद गर्द कहना मुश्किल है। देश के अंदर भी बाहर भी ये खौफ पैदा करते हैं।बॉर्डर एक्शन टीम इनकी बर्बरता का खुलासा करती है। ये आग खाते हैं अंगारे हगते हैं सांप खाते हैं विषवमन करते हैं।
हद तो ये है अपने देश में भी पूरा फौज फाटा है ऐसे लोगों का जो मोदी से वैसे ही खौफ खाता है जैसे कंस कृष्ण से। मोदी को घेरने घूरने की कोशिशों के साथ इनका दिन शुरू होता है। अलबत्ता ये मायनो मुक्त हैं।